खंडवा
हरफनमौला गायक किशोर दा की पुण्यतिथि पर हर साल की भांति इस साल भी मध्य प्रदेश सरकार शासन द्वारा अलंकरण समारोह का आयोजन किया. निर्माता निर्देशक राजकुमार हिरानी को इस साल राष्ट्रीय किशोर कुमार अलंकरण से सम्मानित किया गया.
इस दौरान गायक नीरज श्रीधर ने गीतों के जरिए किशोर दा को श्रद्धांजलि दी. वहीं कार्यक्रम में बोलते हुए राजकुमार हिरानी ने कहा कि वे हमेशा सोचते थे कि किशोर दा की जन्मभूमि कैसी होगी, जिसके चलते वे उनके नाम का सम्मान लेने के लिए यहां आये हैं.
हिरानी ने कहा कि आज से 37 साल पहले वे किशोर दा के मुंबई वाले बंगले के सामने खड़े थे कि उन्हें एक बार अंतिम दर्शन हो जाए. जब मुझे किसी ने अंदर जाने नहीं दिया लेकिन आज ऐसा लग रहा है कि किशोर दा ने अपने रियल घर में बुला लिया है.
हर साल किशोर दा की याद में होता है कार्यक्रम
बता दें कि किशोर दा की पुण्यतिथि हर साल 13 अक्टूबर को उनकी खंडवा नगर स्थित समाधि पर मनाई जाती है. इस दौरान शहर में कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं. किशोर दा की पुण्यतिथि पर नगर निगम प्रशासन एवं किशोर सांस्कृतिक प्रेरणा मंच के तत्वावधान में सुबह से ही सुरमई श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ.
यहां खंडवा के साथ ही देशभर से आये किशोर दा प्रेमियों ने उन्हें दूध जलेबी का भोग लगाकर गीतों के माध्यम से स्वरांजलि दी. खंडवा के पुलिस ग्राउंड स्टेडियम में मध्य प्रदेश शासन सांस्कृतिक विभाग द्वारा राष्ट्रीय किशोर सम्मान अलंकरण समारोह व किशोर नाइट संगीत संध्या का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मध्य प्रदेश शासन के मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
राजकुमार हिरानी को दिया गया किशोर सम्मान पुरस्कार
इस साल मध्य प्रदेश सांस्कृतिक विभाग द्वारा वर्ष 2023 का किशोर सम्मान पुरस्कार महान निर्माता लेखन राजकुमार हिरानी को दिया गया, जिन्होंने मुन्ना भाई एमबीबीएस, 3 इडियट, संजू, डंकी जैसे कई फिल्में बनाई है. उन्हें इस सम्मान के रूप में 5 लाख रुपए की राशि एवं श्रीफल ताम्रपत्र भेंटकर शाल उढाकर सम्मानित किया गया.
इस दौरान राजकुमार हिरानी ने कहा कि उनकी खंडवा आने की बड़ी इच्छा थी. किशोर दा मुंबई में इतने साल रहने के बाद भी कहते थे कि किसी दिन खंडवा वापस जाऊंगा, दूध-जलेबी खाऊंगा और वापस वहीं बस जाऊंगा. राजकुमार हिरानी ने कहा कि मैं हमेशा से यह जानना चाहता था कि कैसी भूमि है जहां इतना बड़ा कलाकार पैदा हुआ, जिसकी आवाज सदियों तक गूंजती रहेगी.