आज यानि कि 21 सितंबर रविवार को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। भले ही यह एक अद्भुत खगोलीय घटना है लेकिन धार्मिक और पारंपरिक मान्यताओं में इसे शुभ नहीं माना जाता। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा फिर भी गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी नियम
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को इन बातों का पालन करना चाहिए:
घर से बाहर न निकलें: मान्यता है कि सूर्य ग्रहण से निकलने वाली किरणें शिशु पर बुरा असर डाल सकती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को इस दौरान घर के अंदर ही रहने की सलाह दी जाती है।
नुकीली चीज़ों का प्रयोग न करें: ग्रहण के समय कैंची, चाकू, सुई या किसी भी तेज धार वाली वस्तु का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इससे शिशु के शरीर पर जन्मचिह्न या निशान बन सकते हैं।
मंत्र जाप करें: इस दौरान मन को शांत और सकारात्मक रखने के लिए देवी-देवताओं के नाम का जाप या गीता-रामायण का पाठ करना शुभ माना जाता है। इससे मानसिक शांति मिलती है।
भोजन और पानी का ध्यान रखें: ग्रहण से पहले बने भोजन में तुलसी के पत्ते डाल दें और पानी में कुशा रख दें। यह माना जाता है कि ऐसा करने से खाने-पीने की चीज़ें ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से सुरक्षित रहती हैं।
भले ही सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई न दे लेकिन सावधानी बरतने से कोई नुकसान नहीं है। यह सदियों पुरानी मान्यताएं हैं जिनका पालन करना लोग अपनी परंपरा का हिस्सा मानते हैं।