देवाशीष शर्मा, न्यूज राइटर, जबलपुर, 10 जून, 2023
जबलपुर। ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना’ के लाभार्थियों के लिए अच्छी खबर है। शनिवार 10 जून को यानी आज संस्कारधानी जबलपुर से सीएम शिवराज सिंह चौहान योजना की पहली किस्त महिलाओं के खाते में अंतरित करेंगे। सीएम चौहान ने कहा है कि ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ में 10 जून को जबलपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम पूरी गरिमा के साथ हो। इस दिन बहनों के खातों में सिंगल क्लिक से एक-एक हजार रुपये अंतरित किए जाएंगे।
प्रदेश में उत्सवी माहौल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि “मैं बहन-बेटियों के सारे आंसू पी जाना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि उनका जीवन सुख-आनंद और प्रसन्नता से भरा हो। उन्हें आगे बढ़ने के सारे मौके मिलें।” रोजमर्रा के जीवन की छोटी-मोटी जरूरतों और मन की इच्छा का खर्चा, बहनें बिना चिक-चिक, बिना रोका-टोकी और बिना कठिनाई के कर सकें, इसीलिए उन्हें हर महीने 1000 रुपये उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना आरंभ की गई। बहनों का आत्म-सम्मान भी बढ़ेगा और आत्म-विश्वास भी।
नर्मदा जयंती पर हुई शुरुआत
मुख्यमंत्री चौहान ने नर्मदा जयंती और नर्मदापुरम के गौरव दिवस 28 जनवरी 2023 को प्रदेश में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना को लागू करने की घोषणा की थी। योजना में सभी वर्गों की गरीब बहनों को प्रति माह एक हजार रुपये मिलेंगे। यदि उन्हें अन्य योजनाओं का लाभ मिल रहा है तो वह पहले की तरह मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने अपने जन्म-दिन पांच मार्च को भोपाल के जम्बूरी मैदान से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना लागू करने और उसके कार्यक्रम की घोषणा की।
यह है पात्रता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन परिवारों की वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम है, जिनके पास पांच एकड़ से कम भूमि है और जिन परिवारों में कोई आयकरदाता नहीं है ऐसे परिवारों की 23 से 60 आयु वर्ग की बहनों के बैंक खातों में प्रतिमाह एक-एक हजार रुपये डाले जाएंगे। योजना में परिवार का आशय पति-पत्नी और बच्चे हैं। जिन बहनों के बैंक खाते नहीं हैं, उनके खाते खुलवाने में मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने योजना में आवेदन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बहन कविता का आवेदन स्वयं भरवाया। उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए समग्र आईडी नम्बर और आधार नम्बर जरूरी है। मूल निवासी और आय प्रमाण पत्र आदि की आवश्यकता नहीं है।
बताशे, आतिशबाजी और व्यंजनों से आज का दिन बनेगा यादगार
प्रदेश में लाडली बहनों के बैंक खातों में पैसा आने की खुशी अलग-अलग तरीके से अभिव्यक्त होगी। दतिया में बहनों ने आंनद उत्सव मनाने का सोचा है। महिलाएं घर से व्यंजन बना कर लाएंगी, बच्चे सितोलिया और अन्य स्थानीय खेल खेलेंगे और सब मिल बैठकर बैंड और डीजे के साथ उत्सवी वातावरण में व्यंजनों का आनंद लेंगे। उज्जैन जिले की कई पंचायतों में नुक्कड़ नाटक होंगे। टीकमगढ़ में लोक गीतों का कार्यक्रम रखा गया है। मंदसौर में कलश यात्रा निकलेगी। विदिशा के कई गाँवों में बताशे बांट कर, महिलाओं को साफा बांधकर और आतिशबाजी के साथ इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाया जाएगा।