छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर के मध्य मिशनरी कार्मेल स्कूल में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन कुछ बच्चों को बुलाकर स्कूल का संचालन कर रहे थे, जैसे ही इस बात की भनक विश्व हिंदू परिषद को लगी दर्जनों की संख्या में युवा विद्यालय में पहुंचे। विद्यालय के प्रिंसिपल व स्टाफ के बीच गहमी शोर शराबा होने लगा।
इस बीच सूचना प्राप्त होते ही शिक्षा विभाग , जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तत्काल जिला कलेक्टर के निर्देश पर स्कूल को बंद कराया गया।
कार्मल स्कूल समय-समय पर विवादों से घिरा रहता है। 8 माह पूर्व इसी विद्यालय में एक छठवीं कक्षा की बच्ची ने अपने घर पर सुसाइड कर लिया साथ ही सुसाइड नोट पर इस विद्यालय के प्रिंसिपल व शिक्षा पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया था।
हिंदू संगठन कार्यकर्ता दीपक यादव ने बताया कि ‘हम स्वच्छता को लेकर शहर में साफ सफाई कर रहे थे, तभी हमें जानकारी प्राप्त हुई की आज राष्ट्रीय अवकाश होने के बावजूद कार्मल स्कूल खुला है हम यहां पर पहुंचे तो देख की कुछ बच्चों को यहां बुलाया गया है पूछने पर कहा गया कि कुछ एक्टिविटी कराई जाएगी पर उन्होंने कुछ भी और कहने से मना कर किया हमने तत्काल प्रशासन को जानकारी दी प्रशासन यहां पर पहुंचा हैं कार्मल स्कूल हमेशा से विवादों में रहा है जरूरत है ऐसे संस्थानों को बंद कराया जाए एवं कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।’
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इस मामले में ज़िले के ज़िला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा ने न्यूज़ राइटर को बताया कि ‘आज 2 अक्टूबर गांधी जयंती है राष्ट्रीय अवकाश है ।आज स्वच्छता पर कार्यक्रम जगह-जगह कराए जा रहे हैं हमें तत्काल सूचना प्राप्त होते ही शिक्षा विभाग , पुलिस प्रशासन , जिला प्रशासन की टीम यहां पहुंची है कार्मल स्कूल में कुछ बच्चों को बुलाया गया है जो गलत है हमने तत्काल स्कूल बंद कराया। बच्चों को वापस भेज रहे हैं संबंधित घटनाक्रम से हम कलेक्टर साहब का अवगत कराएंगे उनके निर्देश पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।’