सेमीफाइनल में क्यों चूक गई ऑस्ट्रेलिया? कप्तान एलिसा हीली ने खोला टीम की हार का राज़

नई दिल्ली 
ऑस्ट्रेलिया की टीम वुमेंस वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हरा दिया। ये ऑस्ट्रेलिया के इतिहास की क्या, वुमेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास की सबसे शर्मनाक हार थी, क्योंकि कभी भी 339 रनों का टारगेट किसी टीम ने चेज नहीं किया था। भारत ने ऐसा कर दिखाया। इस हार पर ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली का बयान आया है और उन्होंने स्वीकार किया है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम ऑस्ट्रेलिया की तरह नहीं खेली। कैच छोड़ना, खराब फील्डिंग और एक्स्ट्रा रन देना और आखिरी के ओवरों में विकेट फेंकना। ये मुद्दे एलिसा हीली ने उठाए।
 
338 रनों का विशाल स्कोर जब नॉकआउट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने बनाया था तो हर किसी को लग रहा था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इस स्कोर को आसानी से डिफेंड कर लेगी, लेकिन जेमिमा रोड्रिग्स 127 रनों की नाबाद पारी खेलकर दिखा दिया कि वह क्या कर सकती हैं। दूसरे ही ओवर में उनको बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा था और आखिर तक वे नाबाद लौंटी। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी उनका साथ दिया और 89 रनों की पारी खेली। बाद में कुछ कैमियो दीप्ति शर्मा और ऋचा घोष के बल्ले से देखने को मिले। इस तरह वुमेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में एक विश्व रिकॉर्ड रन चेज का भारतीय टीम ने बना दिया।

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मैच के बाद एलिसा हीली ने कहा, "मुझे लगता है कि आखिरकार हम आज शायद तीनों पहलुओं में उतने तेज नहीं थे कि खुद को सेमीफाइनल जीतने का मौका दे पाते। मुझे लगता है कि हमने मैच में बने रहने के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हमने कई मौके बनाए और उस मामले में खुद को निराश किया। इसलिए शायद यहां बैठे-बैठे यह जानकर निराशा हो रही है कि हमने खुद के साथ कुछ हद तक ऐसा किया। मैं भारतीय प्रदर्शन से कोई कमी नहीं कर रही हूं। मुझे लगा कि उन्होंने वाकई अच्छा खेला, लेकिन हां, थोड़ा-बहुत यह भी है कि हमने खुद को थोड़ा निराश किया।"

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उन्होंने आगे कहा, "टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए, मुझे लगता है कि हम थोड़ा बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे और विडंबना यह है कि कुछ और रन बना सकते थे। इसलिए मुझे लगता है कि आधे समय तक हमने सोचा था कि हम ठीक-ठाक हैं। हमें लगा था कि गेंद के साथ अभी भी हमें काफी मेहनत करनी है, लेकिन आखिरकार मुझे लगता है कि हमने कई बार जरूरत से ज्यादा बेकार गेंदें फेंक दीं और शायद हमने जो मौके बनाए, उनका फायदा नहीं उठा पाए। इसलिए यह निराशाजनक है। यह थोड़ा गैर-ऑस्ट्रेलियाई सा लगता है कि हम सामान्य रूप से उतने कुशल नहीं हैं। यह जानते हुए कि हमने इस विश्व कप में कितना अच्छा खेला है, यहां बैठकर थोड़ा निराशाजनक लग रहा है।"

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